Teacher's day Students day
सब हम टीचरों की बड़ाई करते हैं, शान में कहानी कविता पड़ते हैं कोई नहीं कहता है कि विद्यार्थी ही है, विद्यार्थी ही शान है पहचान है, पूछता कोई नहीं हमें नौकरी छोड़ने के बाद, वह तो विद्यार्थी हैं जो हमें जिलाये रखते हैं, विद्यार्थी ही शान है, विद्यार्थी ही पहचान है, विद्यार्थी ही हमारी विद्वता का प्रमाण है, विद्यार्थी ही हमारे कार्यों का हिसाब है, बुरा तो बहुत लगता है जब हम स्वतंत्र पथ की बजाय अनुशासन सिखाने लगते है, मैदान में खेल कूद की जगह, कक्षाओं में तोते की तरह पाठ रटवाने लगते है, जीवन की खुली किताब में बिज्ञान के प्रयोगो की जगह, पोस्ट मोर्टेम रिपोर्ट पढ़ाने लगते है, एकलव्य की जगह, ओहदेदारों के बच्चों को तब्बजो देने लगते है, बुरा तो बहुत लगता है जब हमारा एक बच्चा अर्जुन बनता है और दूसरा दुर्योधन, पर हम बच जाते है? क्योंकि समाज अध्यापक का सम्मान ही करता है ,अपमान नहीं, सब हम अध्यापक की बड़ाई करते हैं, शान में कहानी कविता पड़ते हैं , आज हम कहने चाहेंगे की जो कुछ भी हम सम्मान पाए वह विद...